link rel="canonical" href="https://wikipediaidea.blogspot.com/?m=1" /> प्रेम मंदिर का इतिहास | Prem Mandir ka itihaas Hindi mein

प्रेम मंदिर का इतिहास | Prem Mandir ka itihaas Hindi mein

प्रेम मंदिर का इतिहास | Prem Mandir ka itihaas Hindi mein

Prem Mandir

Prem Mandir (प्रेम मंदिर) एक भव्य हिन्दू मंदिर है जो उत्तर प्रदेश के वृन्दावन, मथुरा में स्थित है। यह मंदिर भगवान राधा-कृष्ण और सीता-राम को समर्पित है। इसका निर्माण जगद्गुरु कृपालु जी महाराज द्वारा करवाया गया था। आइए इसके इतिहास को विस्तार से जानते हैं।

🏛️ Prem Mandir ka Itihaas (इतिहास):

🔹 स्थापना का विचार:

प्रेम मंदिर की स्थापना का उद्देश्य भक्ति, प्रेम और सांस्कृतिक मूल्यों को प्रचारित करना था।

जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज, जो एक महान संत, गुरु और तत्वज्ञानी थे, उन्होंने इस मंदिर के निर्माण की योजना बनाई।

यह मंदिर Jagadguru Kripalu Parishat (JKP) संस्था द्वारा बनवाया गया।

🔹 निर्माण की शुरुआत:

मंदिर का निर्माण कार्य 14 जनवरी 2001 (मकर संक्रांति के दिन) को शुरू हुआ।

इस दिन मंदिर की शिलान्यास किया गया था।

🔹 निर्माण में समय और सामग्री:
मंदिर को पूरा बनने में लगभग 11 साल लगे।

इसे इटालियन करारा संगमरमर (Carrara Marble) से बनाया गया है।

पत्थरों की नक्काशी अत्यंत बारीकी और सुंदरता से की गई है।

हजारों कारीगरों ने मिलकर इसे तराशा।

🔹 उद्घाटन:

मंदिर का भव्य उद्घाटन 17 फरवरी 2012 को हुआ।

इस कार्यक्रम में हजारों श्रद्धालु और भक्त उपस्थित थे।

🌸 Prem Mandir ki Visheshataayein (विशेषताएं):

विशेषता विवरण
मुख्य देवता राधा-कृष्ण (मुख्य मंदिर में), सीता-राम (ऊपरी तल पर)
स्थापत्य शैली नागर शैली (उत्तर भारतीय वास्तुकला)
सामग्री इटालियन संगमरमर
ऊंचाई लगभग 125 फीट
लाइट शो रात में आकर्षक प्रकाश व्यवस्था
परिसर लगभग 54 एकड़ में फैला हुआ है
भित्तिचित्र भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं के दृश्य
🙏 Prem Mandir ka Mahatva:
यह मंदिर सिर्फ एक धार्मिक स्थल ही नहीं, बल्कि भक्ति और प्रेम का प्रतीक माना जाता है।

यहाँ पर रोजाना भजन, कीर्तन, आरती और सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं।

श्रद्धालु यहां राधा-कृष्ण की लीलाओं का भव्य चित्रण देखकर भाव-विभोर हो जाते हैं।

🛕 1. निर्माणकर्ता


प्रेम मंदिर का निर्माण जगद्गुरु श्री कृपालु जी महाराज के द्वारा कराया गया था।

इसका निर्माण "जगद्गुरु कृपालु परिषद" (Jagadguru Kripalu Parishat) द्वारा कराया गया है।

⏳ 2. निर्माण में लगा समय

इस मंदिर के निर्माण में लगभग 11 वर्ष लगे (2001 से 2012 तक)।

इसका उद्घाटन 17 फरवरी 2012 को हुआ।

🪨 3. संगमरमर से बना मंदिर


यह मंदिर इटैलियन सफेद संगमरमर से बना है।

पत्थरों पर की गई सूक्ष्म नक्काशी इसे अद्वितीय बनाती है।

🎨 4. भव्य वास्तुकला और नक्काशी

मंदिर की दीवारों और स्तंभों पर राधा-कृष्ण की लीलाओं को चित्रित किया गया है।

रात को मंदिर को रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया जाता है, जिससे इसकी सुंदरता कई गुना बढ़ जाती है।

🌸 5. बग़ीचे और फव्वारे


मंदिर के चारों ओर सुंदर बग़ीचे, झरने, और संगीतमय फव्वारे बनाए गए हैं।

शाम के समय संगीत और रोशनी के साथ फव्वारे चलाए जाते हैं, जो दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देते हैं।

🕉️ 6. राधा-कृष्ण की झांकी

मंदिर परिसर में राधा-कृष्ण की अनेक लीलाओं को मूर्तियों के माध्यम से दर्शाया गया है।

गोवर्धन लीला, रसलीला, कृष्ण जन्म, आदि को बहुत सुंदरता से प्रस्तुत किया गया है।

🙏 7. भक्तों के लिए प्रवेश निःशुल्क

प्रेम मंदिर में प्रवेश पूर्णतः निःशुल्क है।

यह प्रतिदिन सुबह से शाम तक खुला रहता है।

🌍 8. देश-विदेश से आते हैं श्रद्धालु

यह मंदिर भारत ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी आने वाले श्रद्धालुओं के बीच बहुत लोकप्रिय है।

यह वृंदावन के प्रमुख दर्शनीय स्थलों में से एक है।








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